चतरा में जश्न का माहौल
चतरा: कारी मोकतमा गांव की पगडंडियों से निकलकर मजदूर का बेटा झारखंड की राजनीति में एक मजबूत पैठ बनाई है। चौथी बार मंत्री बनकर क्षेत्र का नाम रौशन किया है। कारी गांव का वहीं लड़का जो गांव के स्कूल से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया।जिसने हल जोते, मजदूरी की, पत्थर तोड़े, गाय व बकरियां भी चराई। आज मुख्यमंत्री के बाद सेकेंड ओहदा रख रहा है। आज बात कर रहे हैं कारी गांव के जग लाल के नाम से चर्चित युवा की जो अब राजनीति के धूरंधर खिलाडी सत्यानंद भोक्ता के नाम से मशहूर है।
जमीन घोटाले के मामले में ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी झारखंड सरकार में चतरा से राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता को मंत्री बनाया गया है।
शुक्रवार को राज्यपाल ने सीएम चंपई सोरेन के साथ सत्यानंद भोक्ता को मंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण करने के साथ ही सत्यानंद भोक्ता ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वे चतरा के इकलौते ऐसे विधायक बन गए जिन्होंने चार बार कैबिनेट मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इससे पूर्व सत्यानंद भोक्ता दो बार अर्जुन मुंडा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे।
तीसरी बार महागठबंधन की हेमंत सरकार में उन्हें शामिल होने का मौका मिला था। झारखंड राज्य गठन के बाद चतरा जिले से पहला मंत्री सत्यानंद भोक्ता बने। वर्ष 2000 में तत्कालीन अर्जुन मुंडा की सरकार में उन्हें पेयजल एवं
स्वच्छता मंत्री बनाया गया था। करीब चार महीना तक वे मंत्री पद पर रहे। उसके बाद विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई। 2005 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अर्जुन मुंडा सरकार में उन्हें पुन: शामिल किया गया।
इस बार उन्हें कृषि एवं गन्ना विकास मंत्रालय की जिम्मेवारी मिली। इसके बाद 2019 विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद हेमंत सोरेन सरकार में सत्यानंद भोक्ता श्रम, नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के मंत्री बने।
हेमंत सोरेन सरकार अपदस्थ होने के बाद शुक्रवार को फिर से चंपई सोरेन सरकार में सत्यानंद भोक्ता को मंत्री पद का शपथ दिलाया गया। सत्यानंद को मंत्री पद की शपथ ग्रहण के बाद चतरा में राजद कार्यकर्ताओं समेत उनके समर्थकों में जश्न का माहौल है। उन्हें लोग लगातार बधाई दे रहे हैं।
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