वाराणसी-कोलकाता सड़क के लिए हुई आमसभा, रैयतों का मुआवजा की मांग पर हंगामा

भारतमाला एक्सप्रेसवे : भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा राशि कम देने पर भड़के रैयत, नोटिस लेने से किया इनकार

प्रति डिसमिल एक लाख रुपये मुआवजा राशि की मांग, जब तक नहीं मिलेगी उचित मुआवजा शुरू नहीं होने देंगे परियोजना का काम

चतरा : भारत सरकार के महत्वाकांक्षी भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के जमीन अधिग्रहण को लेकर पत्थलगडा प्रखंड के नावाडीह पंचायत सचिवालय में आमसभा हुई। आमसभा में नावाडीह के पंचायत प्रतिनिधि, अंचल के पदाधिकारी, भू अर्जन से जुड़े लोग समेत काफी संख्या में रैयत भाग लिए। इस मौके पर बीडीओ सह सीओ मोनी कुमारी ने बताया कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के तहत सिक्स लाइन रोड बनना है। वाराणसी से लेकर कोलकाता तक बनने वाली सड़क पत्थलगडा के नावाडीह और मारंगा गांव से होकर गुजरेगी। इस परियोजना में लगभग 500 रैयतों की जमीन अधिगृहित की जाएगी। पूर्व मुखिया मेघन दांगी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य राजेश दांगी, समाजसेवी रामचंद्र दांगी, तारकेश्वर राणा, दुल्ली राम दांगी, बिनोद दांगी, मणिभूषण व अन्य ने बताया कि भू अर्जन के द्वारा मुआवजा राशि जो तय की गई है उन्हें मंजूर नहीं है। रेलवे के द्वारा आज से एक दशक पहले जो मुआवजा दी गई है वही मुआवजा नीति अभी लागू है। ऐसे में जमीन का कीमत कई गुना बढ़ गया है। वे प्रति डिसमिल में 1 लाख रुपए लेंगे तभी जमीन देंगे। भू अर्जन के पदाधिकारी रैयतों को जमीन अधिग्रहण से संबंधित नोटिस दिए। जिसका ग्रामीणों ने विरोध का किया और नोटिस लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिलता है तब तक वह परियोजना को शुरू नहीं करने देंगे।

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