रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झामुमो प्रवक्ता के इस बयान पर जबरदस्त पलटवार किया है कि सीआरपीएफ का दुरुपयोग कर मुख्यमंत्री की पूछताछ के दौरान राज्य में बदहाल स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही थी। प्रतुल ने कहा कि कल ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भ्रष्टाचार के आरोप पर चौतरफा घिरे मुख्यमंत्री ध्यान बंटाने के लिए सारी मर्यादा तोड़ रहे हैं। बीते कल ऐसा लग रहा था कि झामुमो का शीर्ष नेतृत्व झामुमो कार्यकर्ताओं से हिंसा तक करवा देंगे। प्रतुल ने कहा कि धारा 144 लगे होने के बावजूद मुख्यमंत्री के आह्वान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के 10000 कार्यकर्ता हथियार लेकर मुख्यमंत्री के घर के पास पहुंच गए।मुख्यमंत्री इन कार्यकर्ताओं के जरिए क्या देश की न्यायिक व्यवस्था, न्यायाधीशों, केंद्रीय एजेंसी या देश के संविधान को डराना चाह रहे थे। भय का माहौल तो यह सरकार पैदा कर रही थी। प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के पास जब धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू था। तो उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के हजारों कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने कैसे हथियार के साथ जाने की अनुमति दी? प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में विधायकों और मंत्रियों का भी बिना बात का जमावड़ा लगा रहा।