चतरा सांसद के विरुद्ध झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ ने खोला मोर्चा, काला बिल्ला लगाकर किया विरोध

चतरा : झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ चतरा जिला ईकाई ने सांसद कालीचरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सांसद के द्वारा किए गए अमर्यादित टिपण्णी से नाराज संघ ने गुरूवार को काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। झारखण्ड प्रशासनिक सेवा संघ के सदस्यों ने जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखंडों में कार्यरत सभी सदस्यों ने काला बिल्ला लगाकर सांसद के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की।
संघ ने सांसद कालीचरण सिंह पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग, गाली-गलौज व अपमानित करने का गंभीर आरोप लगाया है। डीएमएफटी मद से शहर में लगाए गए सोलर लाईट मामले में गड़बड़ी की जांच कर रहे अपर समाहर्ता, नगर परिषद पदाधिकारी व विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता की संयुक्त टीम के विरुद्ध “चमड़े की रखवाली कुत्ते को सौंपी गयी है” जैसे अमर्यादित शब्दों का चयन अपने शिकायत पत्र में करने का सांसद पर लगाया है। पूर्व में डीडीसी के विरुद्ध भी सांसद पर अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोप संघ ने लगाया है। जिला मुख्यालय में उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिंहा के नेतृत्व में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ चतरा जिला इकाई की आपात बैठक हुई। सांसद के द्वारा वरीय अधिकारियों के प्रति नकारात्मक व अपमानजनक कार्यशैली के विरुद्ध काला बिल्ला लगाकर विरोध जताने का निर्णय हुआ। माफी नहीं मांगने पर संघ ने चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी भी दी है। बैठक में अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी वैभव सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी मनींद्र भगत, अनुमण्डल पदाधिकारी जहूर आलम समेत जिला स्तरीय व जिले के सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी उपस्थित थे।
सांसद माफी मांगे नहीं तो होगा चरणबद्ध आंदोलन: डीडीसी

चतरा डीसी अमरेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि सांसद कालीचरण सिंह ने वरीय पदाधिकारियों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है। जांच में भी यह बात स्पष्ट हो गई है। ऐसे में पहले दिन काला बिल्ला लगाकर विरोध किया गया। आगे भी संघ के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी की जा रही है। इस मुद्दे को राज्य स्तर तक लेकर जाएंगे।

आरोप बेबुनियाद, छवि धूमिल करने का प्रयास: सांसद
चतरा सांसद कालीचरण सिंह ने कहा कि उनकी छवि व प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास व साजिश किया जा रहा है। वे किसी के खिलाफ अनर्गल और अमर्यादित बातें नहीं कही है। ऐसे में संघ के द्वारा क्यों आंदोलन किया जा रहा है उनके समझ से परे है।