सरस्वती पूजा में दिखेगा अयोध्या के राम मंदिर का प्रारूप
पत्थलगडा में शुरू हुई सरस्वती पूजा महोत्सव की तैयारियां, बनने लगे पंडाल
तेतरिया में इस बार 60 फीट चौड़ा और 75 फीट ऊंचा बनेगा पंडाल, बंगाल के कारीगर दे रहे हैं अंतिम रूप
चतरा से जीतेंद्र तिवारी व चेतन पांडेय की रिपोर्ट: पिछले एक दशक से झारखंड के पत्थलगडा में सरस्वती पूजा महोत्सव का रूप ले लिया है। यहां विभिन्न क्लबों के द्वारा झांकियां और भव्य पंडाल पूरे चतरा जिले में चर्चित रहता है।
इस बार सरस्वती संगम क्लब तेतरिया की ओर से भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। संगम क्लब के अध्यक्ष प्रभात कुमार, उपाध्यक्ष पिंटू वर्मा, सचिव दुर्गेश कुमार, कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार अकेला व अन्य ने बताया कि इस बार अयोध्या में बने श्री राम मंदिर का प्रारूप यहां पूजा पंडाल में देखने को मिलेगा। पंडाल के निर्माण कार्य में आसनसोल व वर्धमान के मजदूर और कारीगर लगे हुए हैं। पिछले एक माह से यहां पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है। तेतरिया में पिछले 24 वर्षों से सरस्वती संगम क्लब की ओर से हर वर्ष भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है।
इस बार भी समिति के सदस्य अवध किशोर दांगी, राकेश दांगी, बैजनाथ यादव, नितेश कुमार सहित पूजा समिति के सभी सदस्य लगे हुए हैं। अध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि इस बार सरस्वती पूजा में अयोध्या के राम मंदिर का प्रारूप सहित कई जीवंत झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेंगे। उन्होंने बताया कि 60 फीट चौड़ा और 75 फीट ऊंचा पंडाल का निर्माण कार्य 24 घंटे चल रहा है। पूजा के दो दिन पहले निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा। पूजा पंडाल अभी से ही आकर लेने लगा है। उन्होंने बताया कि इस बार पूजा में विशेष लाइटिंग और साउंड की व्यवस्था की जाएगी। पूरे पूजा के दौरान सांस्कृतिक और विविध कार्यक्रम होंगे। पूरे पूजा में 7-8 लाख रूपये खर्च होंगे।
मालूम हो कि चतरा जिले में तेतरिया में बना पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र रहता है। पत्थलगडा प्रखंड में दो दर्जन समितियां की ओर से इस बार सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाना है। लेंबोइया समेत अन्य स्थानों में भी पूजा पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है।