चतरा से संतन कुमार की रिपोर्ट: झारखंड के चतरा जिले के पत्थलगडा में सरस्वती पूजा महोत्सव का रूप ले लिया है। यहां 200 स्थानों में पूजा का आयोजन होता है। कई स्थानों में पुलिस व प्रशासन की उपस्थिति में पूजा का आयोजन होगा है। पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर यहां दंडाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति की जाती है। 25 वर्षों से पत्थलगडा के तेतरिया में सरस्वती पूजा का आयोजन हो रहा है। इस बार सरस्वती संगम क्लब तेतरिया की ओर से भव्य पूजा पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है।

कई सप्ताह से यहां पश्चिम बंगाल के आसनसोल और वर्धमान के मजदूर और कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। सरस्वती संगम क्लब की नींव सन् 2000 में रखी गई थी। उसके बाद से लेकर अब तक लगातार यहां भव्य आयोजन हो रहा है। इस बार जम्मू कश्मीर के कटरा स्थित प्रसिद्ध मंदिर वैष्णो देवी के थीम पर पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है। आयोजन समिति के दुर्गेश कुमार, प्रभात कुमार, अवध दांगी, अमित कुमार व अन्य ने बताया कि इस बार 81 फीट ऊंचा पूजा पंडाल का निर्माण हो रहा है। 5 लाख से अधिक की लागत से पंडाल बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंडाल के साथ-साथ यहां कई कलाकृतियों का भी निर्माण हो रहा है। पूरे जिले में सरस्वती पूजा में यहां आकर्षक और भव्य पंडाल के रूप में ख्याति मिलते रही है। यहां सरस्वती पूजा महोत्सव का रूप ले लिया है। तेतरिया और लेंबोईया का पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र रहता है। कई माह से यहां समिति के सदस्य पंडाल के निर्माण में लगे रहते हैं। पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन के द्वारा भी कमर कस ली गई है। शांति समिति की बैठक में समितियां को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। दुर्गेश कुमार ने बताया कि तीन दिवसीय आयोजन में यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।