बकाया वेतन का भुगतान और नियमितीकरण की मांग को लेकर बंदोबस्त कर्मियों का आत्मदाह आज, प्रशासन अलर्ट

बंदोबस्त कर्मियों के बकाया वेतन को लेकर एक सप्ताह से धरना, आज आत्मदाह की चेतावनी

हजारीबाग उपायुक्त ने आंदोलन कर रहे कर्मियों का सात महीने से वेतन रोकने के मामले में बंदोबस्त पदाधिकारी से मांगा जवाब

हजारीबाग/चतरा: लंबित बकाया वेतन की भुगतान की मांग को लेकर कई बंदोबस्त कर्मियों का आंदोलन लगातार जारी है। एक सप्ताह के धरना के बाद आज सभी आंदोलनरत कर्मियों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है। इससे संबंधित सभी वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। इनके द्वारा आत्मदाह किए जाने के अल्टीमेटम को जिला प्रशासन और आयुक्त ने गंभीरता से लिया है। एसडीओ ने सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी को स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी भी तरह की घटना घटती है तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी। पिछले 7 दिनों से धरना पर बैठे बंदोबस्त कार्यालय के 29 कर्मियों ने 7 फरवरी को कार्यालय परिसर में ही आत्मदाह करने का अल्टीमेटम प्रशासन को दे दिया है। जिसमें आत्मदाह करने वाले उह कर्मियों की सूची भी प्रशासन को उपलब्ध कराया है। इसको कॉपी मुख्यमंत्री, राज्यपाल व सरकार के सचिव तक को भेजा है। इसे गंभीरता से लेते हुए उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल के आयुक्त के सचिव ने बंदोबस्त पदाधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि इन कर्मियों से लगातार काम लिया जा रहा है।

एसडीओ बोले- कर्मियों ने आत्मदाह की सूचना दी है, कोई अप्रिय घटना हुई तो जवाबदेह बंदोबस्त पदाधिकारी जवाबदेह होंगे। डीसी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि नियमितीकरण के बाद वेतन भुगतान किया जा सकता है। अगर सर्टिफिकेट या फिर किसी भी तरह को जांच में गड़बड़ियों का मामला सामने आता है तो यह प्रक्रिया निरंतर चलने वाली है। फिर भी आपके द्वारा इनका वेतन का भुगतान क्यों नहीं किया गया इसे स्पष्ट करें।

जबकि सदर एसडीओ अशोक कुमार ने 7 फरवरी को आत्मदाह किए जाने के अल्टीमेटम के एक दिन पूर्व सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी अमृता खाखा को पत्र लिखकर जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

चतरा के पत्थलगडा निवासी धनुषधारी राम दांगी और कृष्ण कुमार दांगी ने भी बंदोबस्त कर्मियों के मांगों को लेकर किए जा रहे धरना व आत्मदाह कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। सभी बंदोबस्त कर्मियों ने सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के कार्यशैली के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है।

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