पुलिस की सक्रियता से बची अपहृत कोयला व्यवसायी की जान, पहले भी दो बार हुआ हमला, मिल रही थी धमकी

खलारी (रांची) : चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत न्यू मंगरदाहा निवासी 40 वर्षीय कोयला व्यवसायी आशिक अली का गुरुवार की रात नकाबपोश हथियारबंद अपराधियों ने अपहरण कर लिया। घटना से पूरे कोयलांचल क्षेत्र में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही टंडवा एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार के नेतृत्व में पिपरवार थाना प्रभारी प्रशांत कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे। खलारी, मैक्लुस्कीगंज और टंडवा पुलिस ने पूरे इलाके में सघन छापेमारी और सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने संदिग्धों की धरपकड़ शुरू की। चारों तरफ से घेराबंदी और दबाव बढ़ता देख अपराधियों ने आशिक अली को घर से एक किलोमीटर दूर दामोदर नदी किनारे छोड़ दिया। कुछ ग्रामीण युवकों ने उन्हें बेसुध हालत में देखा। आनन-फानन में बाइक से घर लाया गया। गंभीर चोटों के कारण परिजनों ने तुरंत बचरा अस्पताल पहुंचाया। वहां से बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया। इधर बताया जा रहा हैं कि आशिक अली पहले से उग्रवादियों के निशाने पर थे। विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले 12 नवंबर को उन पर फायरिंग हुई थी। जनवरी में घर के पास अपराधियों ने हमला करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता से बच गए।

व्यवसायी की बरामदगी से पुलिस और परिजनों ने ली राहत की सांस

कोयला व्यवसायी आशिक अली का अपहरण के बाद पुलिस ने संदिग्ध इलाकों में छापेमारी कर दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया। परिजन अनहोनी की आशंका से बदहवास थे। आशिक अली के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई थी। लोग अलग-अलग चर्चाएं कर रहे थे। पुलिस के आक्रामक रवैये और नाकेबंदी के कारण अपराधियों ने सुबह करीब सात बजे मारपीट कर बेसुध हालत में दामोदर नदी किनारे छोड़ दिया। सुबह करीब 9 बजे एक युवक बाइक से आशिक अली को लेकर पहुंचा। घर पहुंचते ही परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। मां, पिता, बेटा, बहन और पत्नी गले लगकर रोने लगे।

अपराधियों की पहचान कर जल्द होगी गिरफ्तारी: टंडवा एसडीपीओ

कोयला व्यवसायी के घर लौटने के बाद टंडवा एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार ने कहा कि पुलिस की सक्रियता और दबाव के कारण अपराधियों को 12 घंटे के भीतर छोड़ना पड़ा। इस घटना में उग्रवादी संगठन टीएसपीसी की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस तकनीकी सर्विलांस और अन्य माध्यमों से अपराधियों की पहचान कर रही है। जल्द ही सभी अपराधी गिरफ्तार होंगे।

हाथ-पैर बांधकर मारपीट करते रहे अपराधी: आशिक अली

अस्पताल में भर्ती आशिक अली ने बताया कि गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे वह मार्केट से घर पहुंचे। कार खड़ी कर गेट खोलते ही पांच-सात हथियारबंद अपराधियों ने पकड़ लिया। चिल्लाने पर बेटा और पिता बचाने आए, लेकिन अपराधियों ने बेटे को पिस्टल की बट से मारा और पिता को हथियार दिखाकर डराया। फिर घसीटते हुए पास के स्कूल के पीछे ले गए। वहां से बाइक पर जबरिया बैठाकर जोबिया गांव ले गए। वहां कुछ और अपराधी मिले। हाथ-पैर बांधकर दामोदर नदी पार कर जंगल में ले गए। वहां जानवरों की तरह पीटा। रातभर मारपीट के बाद पानी तक नहीं दिया। बेहोश हो गए। सुबह होश आया तो खुद को दामोदर नदी किनारे पाया। वहां मौजूद एक ग्रामीण को इशारे से बुलाया। उसने घर पहुंचाया।

टीएसपीसी ने अपहरण की घटना से झाड़ा पल्ला

कोयला व्यवसायी के इस अपहरण मामले में प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी का नाम जोड़ा जा रहा है, वही टीएसपीसी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपहरण की इस घटना में संलिप्तता से पल्ला झाड़ लिया है। संगठन के उत्तरी-दक्षिणी सीमांत सबजोनल कमांडर ऋषिकेश ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की। पर्चे में बताया गया कि संगठन का इस घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं है। कुछ लोग टीएसपीसी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

  • विश्वजीत चौहान की रिपोर्ट
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