चतरा पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, अवैध हथियार के साथ तीन हुए गिरफ्तार, नक्सली संगठन से सांठगांठ

चतरा (फल्गु टाइम्स) : पुलिस ने तीन अपराध कर्मियों को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। तीनों का संबंध प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी से रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर चतरा पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया है। इस मामले को लेकर चतरा एसपी विकास पांडे ने प्रेस कांफ्रेंस की और मामले की जानकारी दी। प्रतापपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बरसोत कला स्थित दुरुकी नदी ईलाके से पुलिस ने तीनों गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए हैं। एसपी विकास पांडेय ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि ये अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ईलाके की घेराबंदी की और अपराधियों को धर दबोचा। उन्होंने बताया कि विगत 29 जनवरी को पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम बरसोत कला के दुरुकी नदी के किनारे कुछ संदिग्ध हथियार के साथ इकट्ठा हुए हैं और किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहे हैं। सूचना मिलते ही प्रतापपुर थाना प्रभारी को कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्होंने अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचकर चारों ओर से घेराबंदी किया। इस दौरान खुद को घिरता देख अपराधियों ने मौके से भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए उन्हें पकड़ लिया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों मे विकास कुमार यादव, जय कुमार उर्फ करीब और तसलीम अंसारी शामिल हैं। ये तीनों अपराधी पलामू जिले के रहने वाले हैं, गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देशी कट्टा, एक देसी पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस, दो खोखा व चोरी के दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए अपराधी शातिर किस्म के हैं और इन पर पहले से ही कई संगीन मामले दर्ज हैं। ये सभी पूर्व में नक्सली संगठन टीएसपीसी से भी जुड़े रहे हैं। इनके विरुद्ध विभिन्न थानों में लूट, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट और चोरी जैसे मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार अपराधियों में पलामू जिले के पाटन थाना क्षेत्र के बरसताइसा गांव निवासी विकास कुमार यादव, छतरपुर थाना क्षेत्र के डाली गांव निवासी गुड्डू यादव तथा पाटन थाना क्षेत्र के सिकीमेराल गांव निवासी तस्लीम अंसारी का नाम शामिल है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादी टीएसपीसी कमांडर गौतम जी व नगीना उर्फ डाक्टर के लिए काम करते थे।