अपराध : गिद्धौर बीडीओ हरिनाथ महतो को मिला बर्बाद करने के धमकी
जन वितरण दुकान के संचालिका नागेश्वरी देवी के पुत्र विकास कुमार ने बीडीओ को दी धमकी, कहा 24 घंटे में करा देंगे तबादला
थाना पहुंच बीडीओ ने दर्ज कराई प्राथमिकी, जिले के वरीय अधिकारियों को भी दी मामले की जानकारी
चतरा : जिले के गिद्धौर प्रखंड पदाधिकारी हरिनाथ महतो को जन वितरण प्रणाली केंद्र का निरीक्षण करना महंगा पड़ गया है। निरीक्षण के दरमियान एक जन वितरण प्रणाली केंद्र के दुकानदार ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी। डीलर के द्वारा गड़बड़ी किए जाने की शिकायत के बाद बीडीओ वहां पहुंचे थे और मामले की जांच पड़ताल कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें धमकी दी गई। डीलर के बेटे के द्वारा बर्बाद कर देने और 24 घंटे में तबादला करवा देने का भी धमकी दिया गया है। मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने गिद्धौर थाना में एक आवेदन दिया है। थाना को दिए आवेदन में उन्होंने कहा है कि वे शुक्रवार को जन वितरण प्रणाली की दुकानों की जांच करने निकले थे। इसके क्रम में नागेश्वरी देवी के जन वितरण प्रणाली दुकान पर पहुंचे। यहां कार्डधारी मुनैजा खातून एवं रजिया खातून राशन का उठाव कर रही थी। मुनैजा खातून तीन सदस्यीय परिवार है। जिनका 15 किलों राशन की जगह दुकानदार मात्र 10 किलो 600 ग्राम एवं रजिया खातून को 35 किलों की जगह मात्र 28 किलो राशन दिया गया था। यहां तक की जांच के क्रम में इलेक्ट्रॉनिक मशीन सेटिंग कर कम राशन का वितरण किया जा रहा था। राशन का वितरण कर रहे दुकान के संचालिका नागेश्वरी देवी के पुत्र विकास कुमार को सुधार लाने का निर्देश दिया तो वह मेरे साथ अभद्र व्यवहार करने लगा और मुझे बर्बाद करने की धमकी दी। इतना ही नहीं वह मुझे 24 घंटा के अंदर तबादला करने, बीडीओ सहित अन्य पदाधिकारी को खरीद लेने के साथ-साथ अन्य प्रकार की धमकियां दिया व अभद्र व्यवहार किया है। जबकि सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का भी कार्य किया है। इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी ने थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी की सूचना बीडीओ ने उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक,अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया व जिला आपूर्ति पदाधिकारी को भी प्रेषित किया है। प्रेषित पत्र में कहा गया कि उपरोक्त कथन से पता चलता है कि यह व्यक्ति किसी न किसी रूप में गैर कानूनी कार्यों में संलिप्त है। क्योंकि पहले भी एक बार यह जेल जा चुका है। यहां तक कि इसके आय के अनुपात में कहीं ज्यादा प्रॉपर्टी परिलक्षित हो रहा है। जन वितरण प्रणाली की दुकान महिला स्वयं सहायता समूह के नाम से है। परंतु पूर्णत: अपने अंडर में करके संचालित कर रहा है। कार्डधारी से कार्ड बनाने के नाम पर मुंह मांगे राशि का भी मांग करता है। किसी भी लाभुक के द्वारा उचित राशन की मांग करने पर उसका राशन कार्ड काट देने की धमकी भी देता है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने उच्च पदाधिकारी से कठोर कार्रवाई करने की भी मांग की है।
कुछ नही इन लोगो को कमीशन चाहिए ,
ब्लॉक में इतना घूसखोरी है की इन लोगो को कहने पूछने वाला कोई नही है सबसे ज्यादा करप्शन ब्लॉक में चल दिए जांच करने , मनान के भाई शरीफ बनते है अभी के समय में पंचायत में ऐसे ऐसे ग्रामीण जनता है जिनका सुनने वाला कोई नही सब के सब भ्रष्ट हैं दूसरा को सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में आवेदन दे कर उनके आवाज़ को इन लोगो के द्वारा दबाने का काम किया जा रहा है। ऐसे सरकारी अपसरो को सीधे ट्रांसफर कर दिया जाए और अफसर अपना मनमाना हिसाब से करवाई तो ये है।ये शोषण है