जैवविविधता के संरक्षण के प्रति जागरूकता, उनकी पहचान एवं विलुप्त प्रायः प्रजाति के पौधों के संरक्षण को लेकर चलाया अभियान
काला शीशम, बीजा साल, कल्पतरू, नागकेशर व अन्य विलुप्त प्रायः पौधों का हुआ रोपन
रांची/झारखंड (जीतेंद्र): झारखण्ड जैवविविधता पर्षद् द्वारा रातु स्थित महारानी प्रेममंजरी बालिका उच्च विद्यालय में वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पर्षद् के सदस्य सचिव संजीव कुमार, भावसे उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों एवं आम जनों में झारखण्ड में उपलब्ध जैवविविधता की पहचान, उनके महत्व एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। सदस्य सचिव द्वारा जैवविविधता के महत्व तथा पर्यावरण एवं इसके पारिस्थिकी संतुलन में जैवविविधता की भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। विद्यालय में झारखण्ड जैवविविधता पर्षद् द्वारा मल्टी विटामीन, वन अजवाईन, कपुर तुलसी, वन लहसुन, वन धनीया आदि प्रजातियों से विकसित किये गये औषधीय उद्यान का उदघाटन भी मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। साथ ही पर्षद् द्वारा झारखण्ड के परिपेक्ष में विलुप्त हो रहे वनस्पति प्रजातियों के विषय में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में पर्षद् के पीके मिश्रा, एसबी चौधरी, संतानु लाल बोन्डीया, अमरनाथ सिंह, प्रशनजीत मुखर्जी उपस्थित थे। कार्यक्रम में झारखण्ड जैवविविधता पर्षद के पदाधिकारी हरि शंकर लाल, मनीष कुमार, सुनील कुमार, धीरेन्द्र कुमार, पल्लवी भारती, मोनी कुमारी एवं विद्यालय की प्रधानध्यापिका नीना सहाय, शिक्षक संतोष कुमार एवं अन्य शिक्षक के साथ-साथ विद्यार्थियों के परिजन, आस-पास के पंचायतों के जैवविविधता प्रबंधन समिति के सदस्य, संयुक्त वन प्रबंधन समिति के सदस्य व अन्य उपस्थित थे।
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