जंगलों के बीच छुपा है प्रकृति का अद्भुत नजारा, देखने उमड़ती है भीड़

तमासीन : पर्यटकों के लिए स्वर्ग है काण्हाचट्टी का तमासीन, नजारा कश्मीर से कम नहीं

नए साल पर पिकनिक स्पॉट तो मकर संक्रांति के मौके पर बन जाता है आस्था का केंद्र

वैसे तो बिहार व झारखंड में कई पिकनिक स्पॉट है जहां सैलानियों की भीड़ उमड़ती है। इन सब से अलग यहां एक ऐसा भी पिकनिक स्पॉट है जो सैलानियों के लिए मानो स्वर्ग से कम नहीं। हरे भरे जंगल व पहाड़ो के बीच प्रकृति का अद्भुत नजारा यहां पहुंचने वाले सैलानियों को अपने मनोहारी छटा से ओतप्रोत करता है। कहते हैं चतरा जिला प्राकृतिक की हसीन सौंदर्य से भरा पूरा है। जिले को प्रकृति ने कई ऐसे हसीन वादियों से सजाया है जो आगंतुकों के लिए मनमोहक है। उन सभी में तमासीन जलप्रपात का अद्भुत नजारा यहां के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। आच्छादित जंगलों के बीच छिपा तमासीन जलप्रपात प्रकृति का अद्भुत छटा है। तमासिन जलप्रपात देश विदेश में विख्यात है। इसके ख्याति से लोग अपरिचित नहीं है। जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर दूर काण्हाचट्टी प्रखंड के तुलबुल पंचायत में प्रकृति की गोद में समाई तमासीन जल-प्रपात रमणीय स्थलों में से एक खास और अलग पहचान रखता है। इसकी प्राकृतिक छटा यहां सतरंगी फिजां बिखेर कर सभी का मन मोह लेती है। पथरीली चट्टानों के विहंगम दृश्यों के बीच और दो सुरम्य घाटियों व पहाड़ों के मध्य कल-कल, छल-छल बहता यह जल-प्रपात प्राचीन काल से देश विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर बरबस खींच लेता है। नए साल में यहां बड़ी संख्या में सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते हैं।

तमासीन जलप्रपात की सुंदरता मन को करता है आनंदित

तमासीन जल-प्रपात से बहती जल धारा का सौन्दर्य काफी मनमोहक है। सैंकड़ों फीट की ऊंचाइयों से गिरती जल धारा ऐसी प्रतीत होता है, जैसे दूध की धारा रूपी नदी प्रवाहित हो रही हो। यह दो घाटियों यानि पहाड़ियों के बीच सफेद पत्थरों का अनोखा रूप सफेद गोमेद की तरह रौशनी बिखेरती हुई पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

यहां कभी ऋषि मातंग का हुआ करता था आश्रम

कहा जाता है कि यहां कभी ऋषि मातंग का आश्रम रहा है। जहां दोनों घाटियों के बीच एक गुफा भी है। जिसमें तमो गुण की अधिष्ठात्री तामसी देवी का मंदिर है। इनकी पूजा-अर्चना को लेकर भी लोग दूर-दराज और अन्य प्रदेशों से यहां आते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि देवी भागवत में चतरा की प्रसिद्ध मां कौलेश्वरी और भद्रकाली के साथ-साथ तमासीन का भी वर्णन है। चारों तरफ से जंगल और पहाड़ों से घिरे इस सुन्दर प्राकृतिक स्थल पर आकर आगंतुक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। यही वजह है कि तमासीन जलप्रपात झारखंड और बिहार ही नहीं, बल्कि देश व विदेश के पर्यटकों के लिए भी स्वर्ग से कम नहीं है। यही कारण है कि यहां एक बार आने वाले पर्यटक बार-बार आने की इच्छा रखते हैं।

जिले के मुख्य पिकनिक स्पॉट है तमासीन

तमासीन जलप्रपात नए साल पर जिले के मुख्य पिकनिक स्पॉटों में एक है। बल्कि यह पहला पिकनिक स्पॉट है जहां नए साल पर सबसे अधिक भीड़ उमड़ती है। नए साल पर यहां झारखंड, बिहार समेत देश के कई राज्यों से लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं।

ऊंचे-ऊंचे पेड़ आगंतुकों को करते हैं सैलूट

तमासिन में मिश्रित जंगल है। यहां ऊंचे-ऊंचे पेड़ यहां पहुंचने वाले आगंतुकों को सैल्यूट करते हैं। यहां की हरियाली और जंगलों की मनोरम वादियां देखते ही बनता है। यहां लंबे और ऊंचे पेड़ थोड़ी सी भी हवा चलने पर आपस में जब टकराते रहते हैं तो ऐसा लगता है मानो वे यहां पहुंचने वाले लोगों को झुककर अभिवादन कर रहे हैं।

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