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चतरा (फल्गु टाइम्स): देश के महान स्वतंत्रता सेनानी और छोटा नागपुर केसरी के नाम से विख्यात स्वतंत्रता सेनानी बाबूराम नारायण सिंह के पुण्यतिथि पर लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। हंटरगंज प्रखंड के तरवा गड़ा पंचायत अंतर्गत तेतरिया गांव में सोमवार को बाबू रामनारायण सिंह की 60वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव में बड़े ही धूमधाम से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद के अध्यक्ष ममता कुमारी, विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य चंद्रदेव गोप को शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुखिया पारसनाथ सिंह तथा संचालन उनके पौत्र संतोष कुमार सिंह ने गया। इसका आयोजन रामनारायण मानव कल्याण सेवा संस्थान के द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित आतिथियों के द्वारा बाबू रामनारायण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिप अध्यक्ष ममता कुमारी ने कहा कि बाबूराम नारायण सिंह में देश प्रेम कूट-कूट कर भरा हुआ था। वे एक व्यक्ति नहीं विचारधारा थे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कट्टर समर्थक थे। उनकी राजनीति का आधार स्तंभ ही राष्ट्रवाद था। जिप सदस्य चंद्र देव गोप ने उनके व्यक्तित्व पर व्याख्यान देते हुए कहा कि बाबू राम नारायण सिंह पंचायती राज को मजबूत करने तथा पंचायतो में अधिकार विकेंद्रीकरण को लेकर आवाज उठाई थी। डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रो जैनेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि योग को बढ़ावा देने के लिए योग विश्वविद्यालय खोले जाने की मुहिम 1953 में चलाई गई थी। सेवानिवृत्त प्रो. डॉ प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि बाबूराम नारायण सिंह एक देश एक प्रधान और एक विधान के कट्टर समर्थक थे। जम्मू कश्मीर को भारत के मानचित्र के साथ देखना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ कदम से कदम मिलाकर मुहिम चलाया। उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि बाबू राम नारायण सिंह महात्मा गांधी के अनुयायी थे। उनके एक इशारे पर अपनी चलती हुई वकालत को छोड़कर राष्ट्र सेवा को अपना पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था। आज उनके जीवन को आत्मसात करते हुए उनके आदर्शों एवं मूल्यो पर चलकर की जरूरत है।