सांसद सुनिल सिंह ने लोकसभा में उठाया अफीम की खेती का मामला
कहा: अंतरराष्ट्रीय गिरोह और टेरर फंडिंग से जुड़ा है मामला, सैकड़ों एकड़ में अफीम की खेती में वन विभाग है संलिप्त
चतरा: सांसद सुनील कुमार सिंह ने चतरा के जोरी और सदर थाना के सीमांत बेरियो जंगल में उग्रवादी घटना में शहीद हुए दो जवानों के मामले को लोकसभा में उठाया। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की जांच की मांग की साथ ही अफीम की खेती में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की मांग भी की है। उन्होंने सदन को जानकारी देते हुए कहा कि चतरा के बैरियो जंगल में उग्रवादी घटना में दो जवान शहीद हुए हैं। वे जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं और घायल जवानों को जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह घटना अफीम की व्यापक पैमाने पर हो रही खेती को लेकर हुई है। अफीम की खेती को समाप्त करने के लिए पुलिस अभियान चला रही थी। इसी बीच नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया। इतने बड़े क्षेत्र में वन भूमि में अफीम की खेती की जा रही है। इसमें वन कर्मी व पदाधिकारी संलिप्त हैं। उनके संलिप्तता के बिना सैकड़ो एकड़ में अफीम की खेती नहीं हो सकता है। चतरा पुलिस के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह अफीम को नष्ट कर सके। यह अंतरराष्ट्रीय गिरोह और टेरर फंडिंग से जुड़ा मामला है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय व नारकोटिक्स विभाग से वे जांच की मांग करते हैं कि वन भूमि पर इतना व्यापक स्तर पर अफीम की खेती कैसे हो रही है। जांच के बाद लोगों पर कार्रवाई हो तो शहीद जवानों को न्याय मिलेगा और क्षेत्र में उग्रवाद पनपना से रोक लगे।