डेस्क| इन दिनों उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शीतलहरी और ठंड की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई स्थानों में ओस जमने लगी है। पिछले एक सप्ताह से मौसम में आए बदलाव की वजह से सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है। लगातार कोहरा रहने और दो दिनों से पाला गिरने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पाला और कोहरे की वजह से सब्जियों की खेती चौपट हो रही है। फसलों को बचाने के लिए किसान लगातार प्रयास कर रहे हैं। खेतों में रसायन और उर्वरक का छिड़काव कर रहे हैं। कोहरे की वजह से टमाटर, मटर, अरहर, सरसों, आलू व अन्य सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है। दो दिनों से जबरदस्त पाला का असर देखा जा रहा है। सुबह खेतों में ओस की सफेद चादर सी बीच जाती है। कड़ाके की ठंड से सब्जियों की खेती बर्बाद हो रही है। अत्यधिक ठंड, घना कोहरे और पाला की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान आलू और टमाटर की फसल को हुआ है। अधिकांश स्थानों में आलू के फसल झुलस गए हैं। फले हुए टमाटर फट रहे हैं और पौधा भी मुरझा गए हैं। जिन खेतों में नमी नहीं है कोहरे और पलों से फसलों की बचाव के लिए किसान रसायनों का छिड़काव कर रहे हैं।
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